Gold Price Drop Rs 56,000: सोने के दाम में आ रही बड़ी गिरावट, एक्सपर्ट बोले – जल्द ही 56,000 रुपये हो सकता है भाव

Gold Price Drop Rs 56,000: इस वक्त सोने की चमक धीमी पड़ती नजर आ रही है। जहां एक तरफ कुछ हफ्ते पहले तक सोने की कीमतें लगातार बढ़ रही थीं, वहीं अब इसमें बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। बाजार में इस गिरावट को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। निवेशक भी इस बात को लेकर चिंता में हैं कि क्या अब सोने में निवेश करना सही रहेगा या नहीं।

एक्सपर्ट्स की मानें तो मौजूदा आर्थिक हालात और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं को देखते हुए सोने के दाम में और गिरावट आने की संभावना जताई जा रही है। कुछ जानकार तो यहां तक कह रहे हैं कि सोने का दाम जल्द ही 56,000 रुपये प्रति तोला तक जा सकता है।

क्या है गिरावट की असली वजह?

सोने के भाव में इस गिरावट की कई अहम वजहें हैं। सबसे बड़ी वजह अमेरिका की नई टैरिफ नीति को माना जा रहा है, जिसमें अमेरिका ने भारत समेत करीब 16 देशों पर टैरिफ लगाने का ऐलान कर दिया है। इसके बाद इन देशों ने भी जवाबी कार्रवाई में टैरिफ बढ़ा दिए, जिससे वैश्विक व्यापार पर असर पड़ा है।

दूसरी वजह अमेरिकी डॉलर की मजबूती है। जब डॉलर की वैल्यू बढ़ती है, तो दुनिया भर में सोने की कीमत नीचे आने लगती है। क्योंकि डॉलर मजबूत होने पर सोने की मांग कुछ हद तक घट जाती है, जिससे इसके दाम पर सीधा असर पड़ता है।

तीसरी अहम वजह अंतरराष्ट्रीय शेयर बाजारों में आई उथल-पुथल है। अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध की स्थिति और मिडिल ईस्ट में तनाव के चलते शेयर बाजारों में गिरावट देखी गई है। जब निवेशक शेयरों से डरते हैं तो आमतौर पर वे सोने की तरफ रुख करते हैं, लेकिन इस बार हालात कुछ अलग हैं।

इसके अलावा, सोने की सप्लाई बढ़ने और मांग में कमी आने से भी इसके दाम नीचे जा रहे हैं। कई देशों में खनन की प्रक्रिया तेज की गई है, जिससे बाजार में सोने की उपलब्धता बढ़ गई है।

अब कब तक और गिरेगा सोना?

रिपोर्ट्स की मानें तो आने वाले कुछ हफ्तों में सोने की कीमत में और गिरावट आ सकती है। फिलहाल सोने की कीमत 61,000-62,000 रुपये प्रति तोला के बीच बनी हुई है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि अगर अंतरराष्ट्रीय हालात ऐसे ही बने रहे तो ये कीमत 56,000 रुपये तक भी पहुंच सकती है।

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, यह गिरावट अस्थायी भी हो सकती है, लेकिन अगर अमेरिकी बाजार और डॉलर की स्थिति मजबूत बनी रहती है तो यह गिरावट कुछ महीनों तक बनी रह सकती है। वहीं, घरेलू बाजार में भी त्योहारों की मांग कमजोर पड़ने पर इसका असर और ज्यादा दिखाई दे सकता है।

कुछ जानकारों ने तो यह भी अनुमान लगाया है कि अगर आर्थिक मंदी और वैश्विक अनिश्चितता बढ़ी तो सोने की कीमतों में 40% तक गिरावट देखी जा सकती है। अगर ऐसा हुआ तो सोना 90,000 रुपये प्रति तोला के उच्च स्तर से गिरकर 50-55 हजार के स्तर तक आ सकता है।

चीन-अमेरिका टकराव और असर

अमेरिका और चीन के बीच चल रही आर्थिक खींचतान भी सोने की कीमत पर असर डाल रही है। अमेरिका के टैरिफ चार्ट से शुरू हुआ विवाद अब एक बड़े व्यापार युद्ध का रूप ले चुका है, जिसका असर पूरी दुनिया पर पड़ रहा है।

भारत जैसे देश, जो अमेरिका और चीन दोनों के साथ व्यापारिक संबंध रखते हैं, उन्हें इस संघर्ष का सीधा प्रभाव झेलना पड़ता है। इस कारण निवेशकों के मन में भी अनिश्चितता बढ़ती जा रही है।

इन सबके बीच, सोना जो अक्सर सुरक्षित निवेश माना जाता है, फिलहाल कुछ कमजोर होता नजर आ रहा है।

Gold Price Drop Rs 56,000: अब क्या करें निवेशक?

अब सवाल उठता है कि इस समय सोने में निवेश करना ठीक रहेगा या नहीं।

निवेशकों के लिए यह समय सतर्कता का है। अगर आप लॉन्ग टर्म यानी लंबे समय के लिए सोने में निवेश करने का सोच रहे हैं, तो आप थोड़ा इंतजार कर सकते हैं क्योंकि अभी इसमें और गिरावट आने की संभावना है।

अगर सोना 56,000 रुपये तक पहुंचता है तो यह निवेश के लिए एक बेहतर मौका साबित हो सकता है, क्योंकि भविष्य में जब बाजार स्थिर होंगे, तब सोने के दाम में फिर से तेजी देखने को मिल सकती है।

हालांकि, अगर आप पहले से सोने में निवेश कर चुके हैं, तो घबराने की जरूरत नहीं है। सोना एक स्थिर एसेट क्लास माना जाता है और समय के साथ इसकी कीमतें दोबारा ऊपर जाती हैं। इसलिए धैर्य बनाए रखें और जल्दबाजी में कोई बड़ा फैसला न लें।

क्यों गिर रहा है सोने का भाव?

कुल मिलाकर सोने की कीमत में गिरावट की सबसे बड़ी वजहें हैं –अंतरराष्ट्रीय आर्थिक हालात, अमेरिकी डॉलर की मजबूती, वैश्विक शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव, टैरिफ वॉर, खनन में बढ़ोतरी और मांग में कमी।

इस समय सोने के दाम में गिरावट एक चिंता का विषय जरूर है, लेकिन यह निवेश के लिहाज से एक मौका भी हो सकता है। अगर आप जल्दबाजी में फैसला नहीं लेते और बाजार की स्थिति पर नजर बनाए रखते हैं, तो आने वाले समय में आपको फायदा हो सकता है।

जैसा कि जानकार मानते हैं, अभी गिरावट और आ सकती है लेकिन याद रखिए, गिरते भाव कभी-कभी अच्छे निवेश का मौका भी बनते हैं।

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