USA Trade: USA ट्रेड वॉर के बीच अमेरिकी शेयर बाजार में उछाल, भारतीय बाजार में भी पॉजिटिव असर की उम्मीद

USA Trade: USA बाजार बीते दिनों से ट्रेड टैरिफ और अन्य आर्थिक अनिश्चितताओं से जूझ रहा था, जिससे निवेशकों में असमंजस की स्थिति बनी हुई थी। लेकिन शुक्रवार को खरीदारों में जबरदस्त जोश देखने को मिला, जिससे बाजार हरे निशान में बंद हुआ। इस बढ़त का असर भारतीय बाजारों पर भी पड़ सकता है।

अमेरिकी बाजार में जबरदस्त तेजी

शुक्रवार को अमेरिकी शेयर बाजार में बड़ी उछाल देखने को मिली। डॉव जोंस 675 अंक (1।65%), एसएंडपी 500 में 2।13% और नैस्डैक कंपोजिट 2।61% की बढ़त के साथ बंद हुए। खास बात ये रही कि एसएंडपी 500 और नैस्डैक ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के बाद सबसे अच्छा सिंगल डे परफॉर्मेंस दिया।

हालांकि, साप्ताहिक आधार पर देखें तो एसएंडपी 500 और नैस्डैक लगातार चौथे हफ्ते नुकसान में बंद हुए। यह पिछले सात महीनों में सबसे खराब गिरावट है। लेकिन शुक्रवार को बाजार में अचानक आई तेजी ने निवेशकों को कुछ राहत जरूर दी।

USA Trade: बाजार में उछाल की वजह?

इस उछाल की सबसे बड़ी वजह शुक्रवार को अमेरिकी सांसदों द्वारा सरकारी फंडिंग योजना को पास किया जाना रहा, जिससे सरकार के शटडाउन का खतरा टल गया। बाजार को अनिश्चितता पसंद नहीं होती और जब शटडाउन से बचने की खबर आई तो निवेशकों ने जमकर खरीदारी की।

अमेरिकी शेयर बाजार बीते कुछ समय से ट्रेड वॉर और आर्थिक नीतियों से प्रभावित रहा है। चीन और अमेरिका के बीच व्यापारिक तनाव, ब्याज दरों में बदलाव, महंगाई दर और आर्थिक मंदी जैसी खबरों ने बाजार पर दबाव बना रखा था। लेकिन जैसे ही सरकारी फंडिंग से जुड़ी सकारात्मक खबर आई, निवेशकों ने इसे राहत की तरह लिया।

बीएमओ वेल्थ मैनेजमेंट के मुख्य निवेश अधिकारी युंग-यू मा ने CNN से कहा, “बाजार इस बात को लेकर असमंजस में है कि फेयर वैल्यूएशन कहां है। लेकिन निवेशकों के नेगेटिव सेंटीमेंट्स के बाद अब कुछ दिनों तक राहत रैली देखने को मिल सकती है।”

बाजार विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले दिनों में अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतियां भी इस तेजी को बनाए रखने में अहम भूमिका निभा सकती हैं। यदि ब्याज दरों में कोई नरमी देखने को मिलती है, तो बाजार में और मजबूती देखने को मिलेगी।

भारतीय बाजार पर असर?

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अमेरिकी बाजार में इस तेजी का असर भारतीय शेयर बाजार पर भी देखने को मिल सकता है। सोमवार को सेंसेक्स और निफ्टी में बड़ी गैप-अप ओपनिंग देखने को मिल सकती है।

गुरुवार को निफ्टी 22,400 के नीचे बंद हुआ था और कमजोरी दिखा रहा था, लेकिन अब सोमवार को एक अच्छी ओपनिंग देखने को मिल सकती है। हालांकि, ऊंचे स्तरों पर मुनाफावसूली का दबाव रह सकता है।

गिफ्टी निफ्टी शुक्रवार देर रात 22,543 के स्तर पर था, जो संकेत देता है कि भारतीय बाजार में पॉजिटिव शुरुआत हो सकती है। लेकिन बाजार विश्लेषकों के मुताबिक, निफ्टी को 22,580-22,600 के ज़ोन में स्ट्रॉन्ग रेजिस्टेंस देखने को मिल सकता है।

इसके अलावा, भारतीय बाजार पर घरेलू कारकों का भी असर रहेगा। कंपनियों के तिमाही नतीजे, विदेशी निवेशकों की खरीदारी और महंगाई दर के आंकड़े बाजार की दिशा तय करेंगे। अगर अमेरिकी बाजार में यह तेजी जारी रहती है, तो भारतीय बाजार भी मजबूती के साथ आगे बढ़ सकता है।

आगे क्या हो सकता हैं?

अमेरिकी बाजार में फिलहाल जो तेजी देखने को मिली है, वह निवेशकों के लिए राहत की खबर है। लेकिन बाजार की दिशा अभी भी कुछ अहम फैक्टर्स पर निर्भर करेगी। सबसे महत्वपूर्ण कारक फेडरल रिजर्व की ब्याज दर नीतियां होंगी। अगर ब्याज दरों में नरमी देखने को मिलती है, तो बाजार में और मजबूती आ सकती है। निवेशक इस बात पर भी नजर बनाए हुए हैं कि फेडरल रिजर्व कब तक अपनी मौजूदा पॉलिसी को बनाए रखता है।

इसके अलावा, ट्रेड वॉर और आर्थिक नीतियां भी बाजार की दिशा तय करेंगी। अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव लंबे समय से बना हुआ है और इसका सीधा असर शेयर बाजारों पर दिखता है। अगर दोनों देशों के बीच कोई सकारात्मक समझौता होता है, तो इससे बाजार को और मजबूती मिलेगी।

कॉरपोरेट कमाई और तिमाही नतीजे भी एक अहम फैक्टर होंगे। अगर अमेरिकी और भारतीय कंपनियों के तिमाही नतीजे उम्मीद से बेहतर आते हैं, तो इससे निवेशकों का भरोसा बढ़ेगा और बाजार को सपोर्ट मिलेगा। वहीं, अगर नतीजे कमजोर रहते हैं, तो बाजार में मुनाफावसूली का दबाव बढ़ सकता है।

इसके अलावा, वैश्विक निवेशकों का रुख भी बाजार की चाल तय करेगा। विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) अगर बाजार में लगातार निवेश करते हैं, तो बाजार में मजबूती बनी रहेगी। हाल ही में अमेरिकी बाजार में जो तेजी देखने को मिली है, अगर वह जारी रहती है, तो भारतीय बाजार को भी इसका फायदा मिलेगा।

Conclusion

अमेरिकी शेयर बाजार में आई तेजी ने निवेशकों को राहत दी है और इसका पॉजिटिव असर भारतीय बाजार पर भी पड़ सकता है। हालांकि, भारतीय बाजार में मजबूती बनी रहेगी या नहीं, यह कई फैक्टर्स पर निर्भर करेगा। फिलहाल, सोमवार को भारतीय बाजार में एक अच्छी शुरुआत की उम्मीद की जा रही है।

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