Gold Silver Price: चांदी ने तोड़ा रिकॉर्ड, सोना गिरा – जानिए आज के लेटेस्ट रेट्स

Gold Silver Price: सोमवार को दिल्ली के सर्राफा बाजार में चांदी की कीमतों में जोरदार उछाल देखा गया। एक दिन में 1,000 रुपये की तेजी के साथ इसकी कीमत 1,08,100 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। ये अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है। वहीं सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। 99.9% शुद्धता वाला सोना 280 रुपये गिरकर 97,780 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया।

इस भारी उतार-चढ़ाव के पीछे कई वजहें हैं। एक तरफ जहां चांदी की मांग दुनियाभर में औद्योगिक इस्तेमाल के चलते बढ़ रही है, वहीं सोने की कीमतें अमेरिका और चीन के बीच चल रही व्यापार वार्ता, डॉलर की चाल और वैश्विक संकेतों से प्रभावित हो रही हैं।

चांदी की चमक बरकरार, 1 लाख के पार निकली कीमत

पिछले कुछ हफ्तों से चांदी की मांग में लगातार इजाफा देखा जा रहा है। सोमवार को दिल्ली के सर्राफा बाजार में सफेद धातु ने एक बार फिर ऊंचाई छू ली। अखिल भारतीय सर्राफा संघ (IBJA) के मुताबिक, चांदी 1,000 रुपये उछलकर 1,08,100 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई।

व्यापारियों का कहना है कि चांदी की कीमत में यह तेजी निवेशकों की मजबूत मांग, कमजोर अमेरिकी डॉलर, भू-राजनीतिक अनिश्चितता और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स व सौर ऊर्जा सेक्टर में बढ़ती खपत के चलते आई है। इसके अलावा ग्लोबल मार्केट में भी चांदी की डिमांड तेजी से बढ़ रही है, जिसका असर भारतीय बाजार पर भी पड़ा है।

सोने में कमजोरी, शनिवार से अब तक 1,900 रुपये की गिरावट

सोने की कीमतों में गिरावट का सिलसिला शनिवार से शुरू हो गया था। उस दिन सोना करीब 1,630 रुपये गिरकर 98,060 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया था। सोमवार को इसमें फिर गिरावट देखी गई और यह 280 रुपये और टूट गया।

99.5% शुद्धता वाला सोना भी 250 रुपये गिरकर 97,350 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया है। हालांकि चांदी की कीमत में तेजी के बावजूद सोने में निवेशक फिलहाल सतर्कता बरत रहे हैं।

ग्लोबल मार्केट में क्या है हालात?

अंतरराष्ट्रीय बाजार की बात करें तो वहां हाजिर सोना हल्की तेजी के साथ 3,312.84 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड कर रहा है। लेकिन अमेरिका और चीन के बीच चल रही व्यापार वार्ता और अमेरिकी नॉन-फार्म पेरोल रिपोर्ट के असर से सोने की चमक थोड़ी फीकी हुई है।

HDFC Securities के सीनियर एनालिस्ट (कमोडिटी) सौमिल गांधी के अनुसार, अमेरिकी अर्थव्यवस्था के मजबूत आंकड़े और व्यापार वार्ता में पॉजिटिव संकेतों ने सोने की सुरक्षित संपत्ति वाली मांग को घटाया है। यही वजह है कि सोना फिलहाल दबाव में चल रहा है।

फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति में सख्ती को लेकर अब निवेशकों को उम्मीद है कि आने वाले समय में थोड़ी ढील दी जा सकती है। इस वजह से डॉलर भी मजबूत बना हुआ है, जिसका सीधा असर गोल्ड की कीमतों पर पड़ा है।

13 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंची चांदी

अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार की बात करें तो चांदी की कीमतों में जबरदस्त तेजी आई है। हाजिर चांदी 0.9% बढ़कर 36.30 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर पहुंच गई है। यह स्तर करीब 13 साल में पहली बार देखा गया है।

Mehta Equities के वाइस प्रेसिडेंट (कमोडिटीज) राहुल कलंत्री का कहना है कि यूरोपीय बाजार में महंगाई दर में कमी और ग्लोबल ट्रेड को लेकर उम्मीदों ने चांदी को जबरदस्त सपोर्ट दिया है।

उनका कहना है कि लंबे समय से चांदी एक सीमित दायरे में ट्रेड कर रही थी, लेकिन अब वह रेंज टूट गई है और चांदी ने 36 डॉलर प्रति औंस के ऊपर ब्रेकआउट दे दिया है। यह तकनीकी रूप से भी एक मजबूत संकेत माना जा रहा है।

चांदी को मिला इंडस्ट्रियल सपोर्ट

चांदी को इंडस्ट्रियल डिमांड से भी मजबूत सहारा मिला है। इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, सोलर पैनल मैन्युफैक्चरिंग और ग्रीन एनर्जी से जुड़े सेक्टर में चांदी की खपत तेजी से बढ़ रही है।

विशेषज्ञ मानते हैं कि आने वाले सालों में चांदी की डिमांड और ज्यादा बढ़ सकती है। इस समय भारत ही नहीं, बल्कि चीन और अमेरिका जैसे देशों में भी चांदी की मांग काफी तेजी से बढ़ी है।

Gold Silver Price आगे क्या हो सकता है ट्रेंड?

विशेषज्ञों का कहना है कि अगर अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड डील से जुड़े पॉजिटिव संकेत मिलते हैं और डॉलर मजबूत होता है, तो सोने की कीमतों में थोड़ी और गिरावट आ सकती है।

वहीं चांदी की तेजी फिलहाल बनी रह सकती है। आने वाले हफ्तों में ग्लोबल कमोडिटी मार्केट से जुड़ी रिपोर्ट्स और आर्थिक आंकड़े कीमतों की दिशा तय करेंगे।

देश में मानसून और त्योहारी सीजन भी सोने-चांदी के कारोबार को प्रभावित करेंगे। अगर मांग में तेजी आती है तो घरेलू स्तर पर कीमतों में फिर से उछाल देखा जा सकता है।

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