Thandel Movie Review: साईं पल्लवी, नागा चैतन्य का रोमांस फैन्स को आ रहा हैं पसंद, जाने क्या हैं खास

Thandel Movie Review: कुछ फिल्में कहानी पर कम और इमोशन्स पर ज़्यादा फोकस करती हैं, Thandel उन्हीं फिल्मों में से एक है। Chandoo Mondeti के डायरेक्शन में बनी ये Telugu फिल्म असल घटनाओं पर बेस्ड है, जिसमें आंध्र प्रदेश के कुछ मछुआरे अनजाने में इंटरनेशनल बॉर्डर क्रॉस कर लेते हैं और पाकिस्तान की कस्टडी में चले जाते हैं। लेकिन असल कहानी इन घटनाओं से ज़्यादा Raju (Naga Chaitanya) और Satya (Sai Pallavi) की लव स्टोरी के इमोशनल सफर पर टिकी हुई है। फिल्म की जान इसके लीड एक्टर्स की परफॉर्मेंस और Devi Sri Prasad का soulful म्यूजिक है, लेकिन क्या ये फिल्म की बाकी कमजोरियों को कवर कर पाते हैं?

Thandel Movie Review Table

TitleThandel
DirectorChandoo Mondeti
CastNaga Chaitanya, Sai Pallavi, Prakash Belawadi, Parvateesam, Mahesh Achanta
GenreRomance, Drama
MusicDevi Sri Prasad
Runtime151 minutes
StorylineWhen a group of fishermen unknowingly cross international waters and get arrested, a determined woman fights against all odds to bring them back.
StrengthsSai Pallavi and Naga Chaitanya’s chemistry, soulful music, emotionally strong love story, engaging first half, authentic village life portrayal
WeaknessesWeak VFX, forced heroism, slightly predictable climax, creative liberties in Pakistani prison sequences
Final VerdictDespite some flaws, Thandel delivers an emotionally gripping romance backed by strong performances and a heartfelt narrative.
Rating4/5

Thandel फिल्म की कहानी क्या हैं?

फिल्म की शुरुआत में ही Raju और Satya की रोमांटिक केमिस्ट्री सेट हो जाती है। Satya की नज़रों से दिखाया गया ये प्यार, Amaran में Sai Pallavi के कैरेक्टर की याद दिलाता है, जहां वह अपने बॉर्डर पर तैनात पति की राह देखती है। लेकिन वहीं से दोनों फिल्मों के रास्ते अलग हो जाते हैं। Thandel अपने प्यार की कहानी को पूरी डीटेल में दिखाने का समय लेती है—खुशियां, तकरार, बेचैनी और दर्द—सब कुछ धीरे-धीरे unfold होता है। Raju जब Satya को “Bujji Thalli” कहकर बुलाता है, तो ये महज़ एक प्यार भरा नाम नहीं लगता, बल्कि कहानी में इसका इमोशनल वज़न और बढ़ता जाता है।

फिल्म का पहला हाफ स्लो है, लेकिन Raju-Satya की लव स्टोरी और फिशिंग कम्युनिटी की स्ट्रगल को बड़े ही सेंसिटिव तरीके से दिखाया गया है। मछुआरों की जिंदगी, परिवारों की परेशानियां, और समंदर से जुड़ी उनकी उम्मीदें, सब धीरे-धीरे सामने आता है।

Thandel फिल्म गाना रिव्यु

Thandel फिल्म के गाने Bujji Thalli, Hilesso और Siva Shakti पहले ही चार्टबस्टर बन चुके हैं और मूवी के इमोशन्स को और गहरा कर देते हैं। Love Story के बाद Naga Chaitanya और Sai Pallavi की जोड़ी फिर से ऑनस्क्रीन मैजिक क्रिएट करती है। दोनों की नेचुरल केमिस्ट्री इतनी ऑथेंटिक लगती है कि उनकी कहानी परफेक्ट लगने लगती है। खासकर डांस सीन्स में, जहां Chaitanya पूरी कोशिश करते हैं Pallavi के ग्रेस को मैच करने की—और काफी हद तक सफल भी होते हैं।

Drama Intense होता है, लेकिन VFX कमजोर पड़ते हैं

Thandel Movie Review

जैसे ही फिल्म रोमांस से आगे बढ़ती है और हाई-सी ड्रामा पर फोकस करती है, वहीं पर थोड़ी मुश्किलें शुरू हो जाती हैं। समुद्र में शूट किए गए कुछ सीन्स वीएफएक्स की वजह से कमजोर लगते हैं, जिससे इमर्सिव एक्सपीरियंस थोड़ा कम हो जाता है। इसके अलावा, फिल्म Raju को एक larger-than-life लीडर बनाने की कोशिश करती है, जो कुछ हद तक forced लगता है।

पाकिस्तानी जेल में जो सीन्स दिखाए गए हैं, उनमें थोड़ी cinematic liberty ली गई है। ये पार्ट्स इमोशनली हिट करते हैं, लेकिन फिल्म के ओरिजिनल grounded narrative से थोड़ा हट जाते हैं। इसके अलावा, फिल्म का pre-climax थोड़ा प्रिडिक्टेबल और unnecessarily ड्रामेटिक लगता है।

Thandel Movie: परफॉर्मेंस और सिनेमैटोग्राफी

फिल्म की सबसे बड़ी ताकत Naga Chaitanya और Sai Pallavi की परफॉर्मेंस है। Pallavi ने फिर से साबित कर दिया कि वह सिर्फ एक्टर नहीं, बल्कि इमोशन्स की powerhouse हैं। हर बार जब वह Raju के लेटर पढ़ती हैं या weak मोबाइल सिग्नल के लिए बेचैन होती हैं, तो वो मोमेंट real और heart-touching लगता है।

सपोर्टिंग कास्ट में Prakash Belawadi (Pakistani jailer), Parvateesam और Mahesh Achanta भी अपने-अपने किरदारों को मजबूती देते हैं। फिल्म का production design, fishing village के real-life essence को perfectly capture करता है। Shamdat Sainudeen की cinematography warm, sun-kissed palettes में कहानी को बयां करती है, जिससे Thandel का visual appeal और बढ़ जाता है।

Conclusion

अगर फिल्म के सेकंड हाफ की राइटिंग और टाइट होती, तो Thandel एक perfect epic romance बन सकती थी। लेकिन फिर भी, अपनी खूबसूरत लव स्टोरी और दमदार परफॉर्मेंस की वजह से ये एक engaging फिल्म बनकर उभरती है। कभी-कभी फिल्म अपने ट्रैक से भटकती जरूर है, लेकिन लव स्टोरी इसे वापस पटरी पर ले आती है। Sai Pallavi और Naga Chaitanya की इमोशनल जर्नी इतनी पावरफुल है कि बाकी कमज़ोरियों को माफ़ करने का मन कर जाता है।

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