Term Insurance: रिटर्न-ऑफ-प्रीमियम वाला टर्म प्लान चुनना हो सकती है भूल, समझिए फायदे और नुकसान

Term Insurance: आज के समय में अपने परिवार के वित्तीय भविष्य को सुरक्षित करना बेहद जरूरी हो गया है, और इसके लिए लाइफ इंश्योरेंस लेना एक समझदारी का कदम हो सकता है। अगर आप अपने परिवार के इकलौते कमाने वाले हैं, तो जीवन बीमा की अहमियत और भी बढ़ जाती है। हालांकि, जब इंश्योरेंस प्लान का चुनाव करना होता है, तो कई लोग दुविधा में पड़ जाते हैं।

आजकल, एक तरफ जहां लोग एंडोवमेंट पॉलिसी (Endowment Policy) को पसंद करते हैं, वहीं दूसरी तरफ टर्म प्लान का भी चलन बढ़ता जा रहा है। आमतौर पर लोग एंडोवमेंट पॉलिसी लेते हैं, जिसमें पॉलिसीधारक की असमय मृत्यु या एक तय समयावधि के बाद एकमुश्त रकम का भुगतान किया जाता है। यह समयावधि 10, 15 या 20 साल हो सकती है। लेकिन, अब टर्म प्लान भी बहुत ही लोकप्रिय हो गए हैं, जिनमें बीमा कंपनियां रिटर्न-ऑफ-प्रीमियम का लालच देकर लोगों को आकर्षित करती हैं। यह देखना जरूरी हो गया है कि रिटर्न-ऑफ-प्रीमियम टर्म प्लान, नॉर्मल टर्म प्लान से किस तरह अलग है, और कौन सा प्लान आपके लिए ज्यादा फायदेमंद हो सकता है।

Term Insurance: नॉर्मल टर्म प्लान क्या है?

नॉर्मल टर्म प्लान और रिटर्न-ऑफ-प्रीमियम, दोनों में मृत्यु के बाद एक समान रकम मिलती है। दोनों ही टर्म प्लान में मुख्य अंतर मैच्योरिटी के बाद मिलने वाली रकम में होता है। नॉर्मल टर्म प्लान में मैच्योरिटी जैसी कोई बात नहीं होती है, यानी कि इसमें अगर पॉलिसीधारक की मृत्यु नहीं होती है तो कोई भुगतान नहीं मिलता। वहीं रिटर्न-ऑफ-प्रीमियम में, अगर पॉलिसीधारक जीवित रहते हैं, तो उन्हें जमा किया गया पूरा प्रीमियम वापस मिल जाता है।

नॉर्मल टर्म प्लान का उद्देश्य सिर्फ सुरक्षा प्रदान करना होता है। अगर किसी के पास एक सामान्य टर्म प्लान है, तो उसकी मृत्यु के बाद उसका परिवार वित्तीय संकट से बच जाता है। लेकिन रिटर्न-ऑफ-प्रीमियम में आपको केवल प्रीमियम की वापसी का फायदा होता है, लेकिन इस योजना के तहत एकमुश्त प्रीमियम की राशि काफी अधिक होती है।

रिटर्न-ऑफ-प्रीमियम की दिक्कत

रिटर्न-ऑफ-प्रीमियम के तहत, यह ऑफर पहली नजर में बहुत आकर्षक लगता है क्योंकि इसमें आपको मैच्योरिटी के बाद पूरा प्रीमियम वापस मिलने का वादा किया जाता है। लेकिन असल में यह योजना नॉर्मल टर्म प्लान की तुलना में अधिक महंगी पड़ती है। इसमें प्रीमियम बहुत अधिक होते हैं, और यदि आप पूरी अवधि तक जीवित रहते हैं तो आपको केवल वह पैसा वापस मिलता है, जो आपने पहले प्रीमियम के रूप में जमा किया था।

रिटर्न-ऑफ-प्रीमियम की सच्चाई यह है कि इसमें आपको प्रीमियम के अलावा कोई और लाभ नहीं मिलता। प्रीमियम की राशि नॉर्मल टर्म प्लान की तुलना में ढ़ाई से तीन गुना ज्यादा होती है। जब इसको अच्छे से समझा जाए, तो यह फायदा कम और नुकसान ज्यादा लगता है।

रिटर्न-ऑफ-प्रीमियम के नुकसान

मान लीजिए, आप 30 साल के हैं और आपने अगले 30 साल के लिए 1 करोड़ रुपये का टर्म कवर लिया है। अगर आप ICICI प्रूडेंशियल के नॉर्मल टर्म प्लान का चुनाव करते हैं, तो आपको सालाना 12,686 रुपये का प्रीमियम देना होगा। वहीं, रिटर्न-ऑफ-प्रीमियम के लिए आपको साल में 28,360 रुपये देने होंगे।

यहां पर ध्यान देने वाली बात यह है कि दोनों ही परिस्थितियों में असमय मृत्यु की स्थिति में आपको 1 करोड़ रुपये मिलेंगे। लेकिन, रिटर्न-ऑफ-प्रीमियम की योजना में आपको नॉर्मल प्लान के मुकाबले ढ़ाई गुना अधिक प्रीमियम देना पड़ेगा। हालांकि, मैच्योरिटी के बाद आपको सिर्फ 8.54 लाख रुपये का प्रीमियम वापस मिलेगा। इससे यह साफ है कि रिटर्न-ऑफ-प्रीमियम प्लान ज्यादा महंगा होता है, और इस पर कोई और अतिरिक्त फायदा नहीं मिलता।

SIP करने में ज्यादा है फायदा

रिटर्न-ऑफ-प्रीमियम योजना में आपको जो प्रीमियम वापस मिलता है, उस पर कोई ब्याज नहीं मिलता। इसका मतलब यह है कि महंगाई को ध्यान में रखते हुए, 30 साल बाद आपका 8.54 लाख रुपये आज के 50 हजार रुपये के बराबर हो सकता है। इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि रिटर्न-ऑफ-प्रीमियम की योजना अंततः आपको वह लाभ नहीं दे पाती, जो आपको चाहिए होता है।

अगर आप नॉर्मल टर्म प्लान लेते हैं और बाकी बचने वाले पैसे को मंथली SIP में निवेश करते हैं, तो आपको बहुत अधिक फायदा हो सकता है। मान लीजिए कि आप हर महीने 1,300 रुपये SIP में निवेश करते हैं, तो 30 साल बाद आपको 15 फीसदी के रिटर्न से लगभग 92 लाख रुपये मिल सकते हैं। अगर आपका सालाना रिटर्न 7-10 प्रतिशत होता है, तो भी आपको 30 साल में 25 लाख से लेकर 50 लाख रुपये तक का फंड मिल सकता है।

यह तरीका रिटर्न-ऑफ-प्रीमियम से कहीं अधिक फायदे वाला साबित हो सकता है, क्योंकि SIP में आपका निवेश बढ़ता रहता है और आपको रिटर्न के रूप में ब्याज भी मिलता है।

टर्म इंश्योरेंस का सही चयन कैसे करें?

टर्म इंश्योरेंस खरीदते वक्त हमेशा ध्यान रखें कि आपके परिवार की जरूरतों को पहले प्राथमिकता दी जाए। अगर आपका मुख्य उद्देश्य परिवार की सुरक्षा है, तो नॉर्मल टर्म प्लान आपके लिए सबसे बेहतर विकल्प हो सकता है।

रिटर्न-ऑफ-प्रीमियम योजना एक आकर्षक विकल्प हो सकता है, लेकिन यह महंगी होती है और इसके लाभ कम होते हैं। इसके अलावा, आपको प्रीमियम पर कोई ब्याज नहीं मिलता है और महंगाई को ध्यान में रखते हुए आपके पैसे की असली वैल्यू कम हो जाती है।

टर्म इंश्योरेंस एक महत्वपूर्ण वित्तीय सुरक्षा योजना है, लेकिन रिटर्न-ऑफ-प्रीमियम योजना के लिए आपको अधिक प्रीमियम चुकाने के अलावा कोई अन्य बड़ा फायदा नहीं मिलता। नॉर्मल टर्म प्लान की तुलना में यह योजना ज्यादा महंगी है, और अंततः इसके फायदे बहुत सीमित होते हैं। इसलिए, अगर आप लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं और बेहतर रिटर्न प्राप्त करना चाहते हैं, तो नॉर्मल टर्म प्लान और SIP का चयन करना ज्यादा समझदारी होगा।

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