Soniya Bansal ने छोड़ी इंडस्ट्री, बोलीं- पैसा, फेम, पॉपुलैरिटी सब है, लेकिन जो नहीं था… वो था सुकून

रिएलिटी शो बिग बॉस 17 से चर्चा में आईं एक्ट्रेस सोनिया बंसल (Soniya Bansal) ने अब एक्टिंग की दुनिया को अलविदा कह दिया है. बिग बॉस से जहां उन्हें जबरदस्त पॉपुलैरिटी मिली, वहीं अब उन्होंने एक बड़ा फैसला लिया है – फिल्मी दुनिया की चकाचौंध से दूरी बनाने का. सोनिया ने ना सिर्फ हिंदी फिल्मों में बल्कि तेलुगु सिनेमा में भी अपनी पहचान बनाई थी. लेकिन अब वह अपने जीवन में कुछ अलग दिशा में आगे बढ़ना चाहती हैं.

शोहरत, पैसा और नाम कमाने के बाद भी उन्होंने खुद से एक ऐसा सवाल पूछा, जिसका जवाब उन्हें एक्टिंग से नहीं मिला. इसीलिए उन्होंने इंडस्ट्री छोड़ने का फैसला लिया, ताकि वह खुद को फिर से खोज सकें और अपने जीवन का असली मकसद समझ सकें.

Soniya Bansal ने बताई एक्टिंग छोड़ने की वजह

हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान सोनिया ने अपने इस फैसले के पीछे की असल वजह खुलकर बताई. उन्होंने कहा कि वह अब उस दुनिया का हिस्सा नहीं बनना चाहतीं जहां इंसान दिन-रात सिर्फ दिखावे के पीछे भागता है. उन्होंने साफ कहा कि, “हम दूसरों को खुश करने में इतना खो जाते हैं कि खुद को भूल जाते हैं. मैंने खुद से पूछना ही छोड़ दिया था कि मैं असल में क्या चाहती हूं. परफेक्ट बनने की दौड़, ज़्यादा कमाने की होड़ और लाइमलाइट में बने रहने के लिए जो ज़िंदगी मैं जी रही थी, वो मेरे अंदर के सुकून को खत्म कर रही थी.”

इस इंटरव्यू में सोनिया का दर्द झलक रहा था. उन्होंने माना कि बाहर से सब कुछ अच्छा लग सकता है – पैसा, फेम और पॉपुलैरिटी. लेकिन अगर अंदर से आप खाली हैं, तो वो सब कुछ बेकार है. उन्होंने यह भी कहा कि यह इंडस्ट्री उन्हें एक पहचान तो दे गई, लेकिन सुकून नहीं दे सकी.

“शांति नहीं है तो सब बेकार है” – Soniya Bansal

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए सोनिया ने कहा, “मेरे पास सब कुछ था – नाम, पैसा, लोग जानने लगे थे मुझे. लेकिन जो मेरे पास नहीं था, वो था शांति. अगर इंसान के अंदर शांति नहीं है, तो फिर बाहरी चमक का कोई मतलब नहीं रह जाता. आप चाहे जितनी बड़ी गाड़ी में चलो, चाहे जितना बड़ा घर हो, अगर दिल में सुकून नहीं है तो सब व्यर्थ है. मैंने उसी सुकून को पाने के लिए ये फैसला लिया है.”

यह बात सुनकर साफ महसूस किया जा सकता है कि सोनिया अब अपने लिए जीना चाहती हैं. वह अब दूसरों की उम्मीदों पर नहीं, अपनी आत्मा की आवाज़ पर चलना चाहती हैं. उन्होंने बताया कि इंडस्ट्री में रहकर वह सांस भी सही से नहीं ले पा रही थीं. हर वक्त कैमरों का दबाव, सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने का प्रेशर और लगातार कुछ नया करने की दौड़ ने उन्हें अंदर से थका दिया था.

अब दिखावा नहीं, असली ज़िंदगी जीना चाहती हैं

एक वक्त था जब सोनिया का नाम उन उभरती एक्ट्रेसेस में आता था, जो बोल्डनेस और स्टाइल के लिए जानी जाती थीं. लेकिन अब वह इस नाम और पहचान से आगे बढ़ चुकी हैं. वह कहती हैं, “अब मैं और दिखावा नहीं करना चाहती. जो मैं नहीं हूं, वो बनने की कोशिश में थक चुकी हूं. अब मैं वो बनना चाहती हूं जो मैं हूं – एक शांत, सच्ची और खुद से जुड़ी हुई इंसान.”

इसी वजह से अब सोनिया एक्टिंग छोड़कर लाइफ कोच और स्पिरिचुअल हीलर बनने का सपना देख रही हैं. उन्हें अब लगता है कि उनकी असली पहचान दूसरों को रोशनी दिखाने में है, ना कि खुद कैमरे की चमक में खो जाने में.

Soniya Bansal अब बनना चाहती हैं लाइफ कोच और स्पिरिचुअल हीलर

सोनिया ने बताया कि अब वह लाइफ कोच और स्पिरिचुअल गाइड बनना चाहती हैं. उन्होंने कहा, “इस इंडस्ट्री ने मुझे पहचान तो दी, लेकिन मुझे जीने नहीं दिया. मैंने ये महसूस किया कि मैं सिर्फ एक किरदार बन गई हूं, असल में मैं खुद कहां हूं, वो समझ नहीं आ रहा था. अब मैं दूसरों की मदद करना चाहती हूं – उन्हें उनके अंदर की रोशनी से मिलवाना चाहती हूं. शायद यही मेरा असली मकसद है.”

सोनिया की यह सोच आज के युवाओं के लिए भी एक बड़ा संदेश है. वह यह दिखा रही हैं कि सफलता सिर्फ शोहरत में नहीं है, बल्कि उस शांति में है जो आपको अपने भीतर मिलती है. उन्होंने यह भी कहा कि “आप कभी नहीं जानते कि जीवन कब बदल जाएगा, या मौत कब आ जाएगी. इसलिए जब तक आप सच्चाई से जीवन नहीं जीते, तब तक सब कुछ अधूरा है.”

वर्कफ्रंट की बात करें तो…

सोनिया बंसल ने 2019 में बॉलीवुड फिल्म नॉटी गैंग से डेब्यू किया था. इसके बाद वह ‘डुबकी’, ‘गेम 100 करोड़ का’ और ‘शूरवीर’ जैसी फिल्मों और प्रोजेक्ट्स में नजर आईं. उन्होंने तेलुगु सिनेमा में भी अपनी किस्मत आजमाई और 2023 में फिल्म धीरा में भी अहम भूमिका निभाई.

फिलहाल वह अपने आखिरी प्रोजेक्ट पर काम कर रही हैं, जिसका नाम है यस बॉस. यह फिल्म उनके फिल्मी करियर का आखिरी पड़ाव होगी, इसके बाद वह पूरी तरह से खुद की तलाश और दूसरों की मदद करने की दिशा में आगे बढ़ेंगी.
सोनिया बंसल का यह कदम सिर्फ एक एक्ट्रेस के करियर का मोड़ नहीं है, बल्कि यह एक इंसान की आत्मा की पुकार है. जब सब कुछ पाने के बाद भी दिल खाली हो, तो समझना चाहिए कि शायद हमें कुछ और चाहिए – कुछ असली. सोनिया अब उस असली चीज की तरफ बढ़ रही हैं, जहां उन्हें सुकून और आत्मिक संतोष मिलेगा.

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