बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस करीना कपूर (Kareena Kapoor) हमेशा से ही अपने बेबाक अंदाज़ और खुले विचारों के लिए जानी जाती हैं। चाहे बात उनके फिल्मी करियर की हो या किसी सामाजिक मुद्दे की, करीना कभी पीछे नहीं हटतीं और हमेशा अपने विचार खुले दिल से रखती हैं। हाल ही में ‘मेंस्ट्रुअल हाइजीन डे’ के मौके पर करीना ने एक बेहद संवेदनशील लेकिन जरूरी विषय पर बात की, जो आज भी समाज में अक्सर छिपा रहता है, वह है पीरियड्स यानी मासिक धर्म।
करीना ने सोशल मीडिया के माध्यम से इस मुद्दे पर खुलकर बात करते हुए एक जरूरी संदेश दिया है। उन्होंने बताया कि पीरियड्स कोई समस्या नहीं है, बल्कि इसके बारे में जागरूकता की कमी ही असली चुनौती है। इसके साथ ही उन्होंने गुजरात के स्कूलों की एक खास पहल की भी तारीफ की, जहां मासिक धर्म से जुड़ी जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए ‘मासिक धर्म कॉर्नर’ बनाए गए हैं।
सोशल मीडिया पर Kareena Kapoor का पोस्ट वायरल

करीना कपूर ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर गुजरात के स्कूलों की तारीफ करते हुए कुछ तस्वीरें शेयर कीं। उन्होंने लिखा कि अब गुजरात के स्कूलों में मासिक धर्म से जुड़ी जानकारियों को छात्रों तक पहुंचाने के लिए अलग से मासिक धर्म कॉर्नर बनाए गए हैं। ये कॉर्नर बच्चों को मासिक धर्म के बारे में सही जानकारी देते हैं और उनके सवालों का जवाब देते हैं।
करीना ने इस पहल को बहुत ही स्वागत योग्य और सुरक्षित कदम बताया। उन्होंने कहा कि अब स्टूडेंट्स कार्ड गेम, रोल-प्ले, इंटरैक्टिव मॉडल और किताबों के जरिए मासिक धर्म के बारे में सीख रहे हैं। इस तरह की पहल उन पुरानी भ्रांतियों को तोड़ने में मदद करती है, जो पीरियड्स को लेकर समाज में बनी हुई हैं।
करीना ने ये भी बताया कि इस पहल में यूनिसेफ इंडिया और सरकार मिलकर काम कर रही हैं, जिससे स्कूलों में जागरूकता को एक नई दिशा मिल रही है। इसके तहत अब तक लाखों लड़कियों और लड़कों तक मासिक धर्म से जुड़ी सही जानकारी पहुंचाई जा चुकी है। यह लड़कियों को आत्मविश्वास देती है कि वे बिना झिझक स्कूल में रह सकें और अपने सपनों को पूरा कर सकें।
‘पुरानी सोच को तोड़ रही है ये पहल’ – करीना कपूर
करीना ने आगे बताया कि समाज में पीरियड्स को लेकर जो डर और शर्म का माहौल था, उसे बदलना बहुत जरूरी है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि मासिक धर्म कोई बीमारी या कमजोरी नहीं है, बल्कि यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिसे खुलकर समझना और बात करना चाहिए।
करीना के मुताबिक, यह पहल लड़कियों के साथ-साथ लड़कों को भी मासिक धर्म के बारे में शिक्षित कर रही है, ताकि आने वाली पीढ़ी इस विषय को सहजता से समझ सके। इससे लड़कियों की पढ़ाई में रुकावट कम होगी और वे बेहतर भविष्य के लिए प्रेरित होंगी।
करीना कपूर ने UNICEF इंडिया के साथ मिलकर इस पहल को एक गेम चेंजर बताया है, जो न सिर्फ स्कूलों में बल्कि पूरे समाज में मासिक धर्म को लेकर गलतफहमियों को खत्म करने में मदद कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस पहल के जरिए अब तक 1,03,000 से ज्यादा लड़कियों और 88,000 से ज्यादा लड़कों तक यह जागरूकता पहुंची है।
इस कदम को वे बहुत महत्वपूर्ण मानती हैं क्योंकि इससे लड़कियों का आत्मविश्वास बढ़ रहा है और वे स्कूल में बने रहने के लिए प्रोत्साहित हो रही हैं। करीना ने ये भी बताया कि इससे लड़कियों को मासिक धर्म के दौरान सही देखभाल और हाइजीन के बारे में जानकारी मिल रही है, जो उनके स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।
फिल्मों में भी दमदार रोल में नजर आ रहीं करीना
वर्कफ्रंट की बात करें तो करीना कपूर ने हाल ही में ‘सिंघम अगेन’ में अपना दमदार किरदार निभाया था। इस फिल्म में उन्होंने अवनी कामत सिंघम का रोल किया, जिसे दर्शकों ने खूब पसंद किया। इससे पहले भी करीना ने ‘क्रू’, ‘द बकिंघम मर्डर्स’, ‘लाल सिंह चड्ढा’, ‘अंग्रेजी मीडियम’, ‘वीरे दी वेडिंग’, ‘गुड न्यूज’, ‘उड़ता पंजाब’, ‘की एंड का’, ‘ब्रदर्स’ जैसी कई फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवाया है।
करीना अपनी एक्टिंग के साथ-साथ अपनी सोच के लिए भी जानी जाती हैं, जो उन्हें एक जिम्मेदार कलाकार बनाती है। वह न केवल फिल्मों में बल्कि असल जिंदगी में भी सामाजिक मुद्दों को उठाने से नहीं कतरातीं। मासिक धर्म जैसे विषय पर खुलकर बोलकर उन्होंने साबित कर दिया है कि बदलाव की शुरुआत छोटे-छोटे कदमों से होती है।
अगर हम करीना कपूर के इस संदेश को ध्यान से देखें तो यह साफ होता है कि जागरूकता और सही जानकारी ही समाज के लिए सबसे बड़ा हथियार है। खासकर ऐसे मुद्दों पर जो हमेशा से छिपे रहते हैं या जिन पर बात करना टाबू समझा जाता है। करीना ने अपने खुले दिल से दिए इस संदेश से लाखों युवाओं को एक नया नजरिया दिया है।
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