भारत की Life Insurance इंडस्ट्री अगले दस सालों में दुनिया की औसत ग्रोथ दर को पीछे छोड़ने वाली है। Allianz Global Insurance की ताज़ा रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत का Life Insurance सेक्टर सालाना 10.5% की ग्रोथ रेट के साथ आगे बढ़ेगा, जबकि ग्लोबल औसत ग्रोथ सिर्फ 5% रहने की उम्मीद है। यह आंकड़ा भारत की बढ़ती आर्थिक गतिविधियों और सरकार द्वारा बीमा क्षेत्र को प्रोत्साहित करने वाली नीतियों का परिणाम है।
रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि इस ग्रोथ में सबसे ज्यादा योगदान Life Insurance सेक्टर का होगा। इसके साथ ही, एशिया में बीमा प्रीमियम का सबसे बड़ा हिस्सा चीन देगा, लेकिन ग्रोथ रेट के मामले में भारत बाकी देशों से कहीं आगे रहेगा।
Table of Contents
“भारत बनेगा अगला इंश्योरेंस हब”
रिपोर्ट में बताया गया है कि आने वाले दशक में भारत बीमा क्षेत्र में सबसे तेजी से बढ़ने वाला देश होगा। Allianz ने स्पष्ट रूप से कहा है कि “चीन जहां 7.8% प्रति वर्ष की दर से बढ़ेगा, वहीं भारत 10.5% की ग्रोथ रेट के साथ एशिया में जापान को पीछे छोड़ते हुए दूसरा सबसे बड़ा Life Insurance Market बन जाएगा।” यह बात इस क्षेत्र में भारत की बढ़ती भूमिका और संभावनाओं को दर्शाती है।
यह ग्रोथ भारतीय उपभोक्ताओं के बढ़ते बीमा जागरूकता, आर्थिक विकास, और सरकारी नीतियों के सही समन्वय का नतीजा है। लोगों की जीवनशैली बदल रही है और भविष्य के लिए सुरक्षा की भावना बढ़ रही है, जो बीमा क्षेत्र के विस्तार में मददगार साबित हो रही है।
सरकार ने भी खोला रास्ता
सरकार ने बीमा क्षेत्र को ग्लोबल प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करने हेतु Foreign Direct Investment (FDI) की सीमा को 74% से बढ़ाकर 100% कर दिया है। यह कदम देश में विदेशी निवेशकों को आकर्षित करने के साथ-साथ उद्योग में नई तकनीक और बेहतर सेवाएं लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है।
इसके अलावा, 2019-20 से 2021-22 के बीच सरकार ने Public Sector General Insurance Companies (PSGICs) में लगभग ₹17,450 करोड़ की पूंजी डाली है। इस वित्तीय मदद का मकसद इन कंपनियों को वित्तीय मजबूती प्रदान करना, सुधार लागू करना और उन्हें लाभकारी बनाना था। इसके चलते PSGICs ने पिछले वित्तीय वर्ष में शानदार वापसी की है और लाभ कमाने लगी हैं। यह बीमा क्षेत्र के लिए एक सकारात्मक संकेत है कि सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां भी प्रतिस्पर्धात्मक माहौल में सफल हो रही हैं।
पिछले साल PSGICs का जबरदस्त Turnaround
पिछले वित्तीय वर्ष में PSGICs की हालत काफी बदल गई। लंबे समय तक घाटे में रहने के बाद ये कंपनियां अब लाभकारी हो गई हैं। इसका फायदा न केवल इन कंपनियों को होगा, बल्कि पूरे बीमा सेक्टर को मिलेगा। जब सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां स्वस्थ होती हैं तो वे बीमा के दायरे को और भी व्यापक बना पाती हैं, खासकर ग्रामीण और मध्यम वर्ग के लोगों तक।
यह सफलता प्रशासनिक सुधारों, बेहतर प्रबंधन, और सरकार के समर्थन की वजह से आई है। साथ ही, डिजिटलाइजेशन और बेहतर सेवा प्रणाली ने ग्राहकों का भरोसा बढ़ाने में मदद की है। अब लोग बीमा को सिर्फ एक फॉर्मलिटी नहीं, बल्कि अपनी आर्थिक सुरक्षा का जरूरी हिस्सा मानने लगे हैं।
Asia और China रहेंगे Global Growth के Engine
रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि ग्लोबल लाइफ इंश्योरेंस मार्केट में Asia और China अभी भी ग्रोथ का बड़ा इंजन बने रहेंगे। चीन के पेंशन सिस्टम और जनसांख्यिकीय बदलाव तेजी से हो रहे हैं, जिससे वहां बीमा की मांग लगातार बढ़ रही है। हालांकि, भारत की ग्रोथ रेट ज्यादा होने से इसकी बाजार हिस्सेदारी भी काफी बढ़ेगी।
भारत में युवा आबादी, तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था, और सरकारी प्रोत्साहन से यह क्षेत्र मजबूत होता जा रहा है। भविष्य में पेंशन, स्वास्थ्य बीमा, और जीवन बीमा जैसे क्षेत्रों में निवेश बढ़ने की संभावना है, जो देश के आर्थिक विकास में भी योगदान देगा।
P&C Insurance भी करेगा मजबूती से ग्रोथ
सिर्फ Life Insurance ही नहीं, बल्कि Property and Casualty (P&C) Insurance सेक्टर भी वैश्विक स्तर पर मजबूत ग्रोथ दिखा रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, P&C सेक्टर अगले 15 वर्षों तक सालाना लगभग 4.5% की दर से बढ़ेगा। इस क्षेत्र में वृद्धि का कारण बढ़ती सुरक्षा की जरूरत और दुर्घटनाओं, प्राकृतिक आपदाओं के बढ़ते जोखिम से बचाव की मांग है।
चाहे भारत हो या विश्व के अन्य हिस्से, प्रॉपर्टी और दुर्घटना बीमा की मांग लगातार बढ़ रही है क्योंकि लोग अपने जीवन और संपत्ति को बेहतर तरीके से सुरक्षित रखना चाहते हैं। यह भी देखा गया है कि डिजिटल बीमा समाधान और नई तकनीकों ने इस क्षेत्र में नयी संभावनाएं खोली हैं।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
Insurance सेक्टर से जुड़े विशेषज्ञों का मानना है कि बढ़ती ब्याज दरों का Life Insurance सेक्टर पर सकारात्मक असर होगा। इससे निवेशकों को बेहतर रिटर्न मिलेगा और वे अधिक सक्रिय रूप से इस क्षेत्र में निवेश करेंगे। इसके अलावा, विकसित बाजार जैसे North America और Western Europe में भी बीमा की मांग बढ़ेगी, जो ग्लोबल ग्रोथ को मजबूत करेगा।
सरकार द्वारा नियमित रूप से लागू किए जा रहे सुधार, प्रदर्शन के आधार पर कंपनियों की निगरानी, और बेहतर नियमन ने भी बीमा कंपनियों की कार्यक्षमता और विश्वास दोनों को बढ़ावा दिया है।
Life Insurance: Bottom Line
भारत अब सिर्फ बीमा का उपभोक्ता नहीं रह गया है, बल्कि वैश्विक बीमा बाजार में एक मजबूत खिलाड़ी के रूप में उभर रहा है। सरकारी नीतियों का समर्थन, बढ़ती अर्थव्यवस्था, और निवेश के नए अवसर आने वाले दशक में भारत की Life Insurance इंडस्ट्री को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने वाले हैं। इसके साथ ही Public Sector General Insurance Companies ने जो पुनरुत्थान दिखाया है, वह पूरे सेक्टर के लिए उम्मीद की किरण है।
यह स्पष्ट है कि भारत बीमा क्षेत्र में न केवल तेजी से बढ़ रहा है, बल्कि नए मानदंड स्थापित करते हुए ग्लोबल मार्केट में अपनी मजबूत पहचान बना रहा है। आने वाले वर्षों में भारत का Life Insurance Market एशिया का दूसरा सबसे बड़ा बाजार बनने जा रहा है, जो देश की आर्थिक विकास यात्रा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
इन्हें भी पढें!