Fake Bride Case: सुहागरात में निकली पहले से शादीशुदा औरत, दूल्हा रह गया हैरान, घूंघट के पीछे छुपा था पूरा खेला!राजगढ़ जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुनकर हर कोई हैरान रह गया है. सुहागरात वाले दिन जब दूल्हे ने घूंघट उठाया, तो वहां जो बैठी थी, वो दुल्हन नहीं बल्कि पहले से शादीशुदा एक महिला निकली. शादी का सारा खेला सिर्फ दूल्हे को फंसाने और उसके घर से जेवर और पैसे लूटने का था. मामला जब थाने पहुंचा तो पूरे घटनाक्रम की परतें खुलती चली गईं. अब पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि दो आरोपी अभी फरार हैं.
Table of Contents
धूमधाम से हुई थी शादी, लेकिन सुहागरात पर खुला राज
मामला लीमचौहान थाने के अंतर्गत आने वाले गुड़नपुर गांव का है. यहां रहने वाले कमल सिंह सोंधिया की शादी 14 अप्रैल को लिम्बोदा गांव में हुए एक सामूहिक विवाह सम्मेलन में कराई गई थी. लड़की सुसनेर की रहने वाली बताई गई थी. शादी की तैयारियां पूरे परिवार ने बहुत ही उत्साह से की थीं. परिजनों को भी कोई शक नहीं था कि यह शादी असल में एक ठगी का जाल है.
शादी के दिन सब कुछ सामान्य लग रहा था. दूल्हा-दुल्हन सात फेरे लेकर एक-दूसरे के जीवनसाथी बन चुके थे. लेकिन सुहागरात वाली रात जैसे ही कमल अपनी दुल्हन के पास पहुंचा, पूरा मामला पलट गया. दुल्हन फोन पर किसी से बात कर रही थी और कह रही थी कि वह दूल्हे और घरवालों को नींद की गोली खिलाकर सारे गहने और पैसे लेकर फरार हो जाएगी. यह सुनते ही कमल के होश उड़ गए.
Fake Bride Case: घूंघट हटाते ही सामने आया सच्चा चेहरा
कमल ने जब दुल्हन का घूंघट हटाया, तो सामने जो चेहरा था, वह उस लड़की का नहीं था जिसे दिखाकर शादी तय की गई थी. पूछताछ करने पर पता चला कि उसका नाम राधा नहीं, बल्कि सलोनी गोंड है और वह पहले से शादीशुदा है. इतना ही नहीं, वह पहले से किसी और की पत्नी है और ये पूरा खेल सिर्फ शादी के बहाने ठगी करने का था.
कमल और उसके परिवार ने इस बात की जानकारी तुरंत पुलिस को दी. 15 अप्रैल को थाने में शिकायत दर्ज कराई गई और फिर जांच शुरू हुई. पुलिस ने जब पड़ताल की तो पूरा जाल सामने आ गया.
11 लाख में हुआ था शादी का सौदा, बिचौलिया बना ठगी का मास्टरमाइंड
कमल सिंह की शादी का सौदा कुल 11 लाख रुपये में हुआ था. इस रकम में से 5.75 लाख रुपये लड़की के पिता को दिए गए और बाकी 5.25 लाख रुपये एक बिचौलिये कालू सिंह को मिले. पुलिस जांच में सामने आया कि इस पूरे घटनाक्रम में सबसे बड़ी भूमिका इसी कालू सिंह की थी.
थाना प्रभारी अनिल राहोरिया ने बताया कि इस गिरोह ने सुनियोजित तरीके से कमल को फंसाया. कालू सिंह और उसका साथी बालू सिंह पहले जोरावर सिंह और उसकी पत्नी से मिले, जिनकी बेटी को दिखाकर रिश्ता तय किया गया था. लेकिन असल में वह लड़की शादी में आई ही नहीं. इसके बाद भोपाल निवासी शरीक खान ने एक शादीशुदा जोड़े से संपर्क किया, जो इटारसी में रहते थे. पति जितेंद्र गोंड ने अपनी पत्नी सलोनी गोंड को दुल्हन बनाकर कमल से शादी करवा दी.
नींद की गोली खिलाकर लूट की थी प्लानिंग, पर बात खुल गई
शादी के बाद सलोनी गोंड का प्लान था कि वह रात में सबको नींद की गोली खिलाकर घर से जेवर और नकदी लेकर फरार हो जाएगी. लेकिन किस्मत को कुछ और मंजूर था. कमल की सजगता ने उसकी चाल को नाकाम कर दिया. जैसे ही कमल ने उसकी बातचीत सुनी, वह सतर्क हो गया और तुरंत सच्चाई जानने की कोशिश की. घूंघट उठाने पर उसकी सच्चाई सामने आ गई.
5 गिरफ्तार, 2 आरोपी अब भी फरार
पुलिस ने सलोनी गोंड, उसके पति जितेंद्र गोंड, दलाल कालू सिंह, बालू सिंह और भोपाल के शरीक खान को गिरफ्तार कर लिया है. सभी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है. जबकि इस ठगी में शामिल जोरावर सिंह और उसकी पत्नी फिलहाल फरार हैं. पुलिस दोनों की तलाश में लगातार दबिश दे रही है.
शादी के नाम पर ठगी का ट्रेंड, अलर्ट रहने की ज़रूरत
इस तरह के मामले अब बढ़ते जा रहे हैं, जहां शादी को एक धंधा बना लिया गया है. पैसों और गहनों के लालच में युवक और उनके परिवार को ठगा जा रहा है. इस घटना ने एक बार फिर चेतावनी दी है कि शादी तय करने से पहले लड़की और उसके परिवार की पूरी जांच-पड़ताल जरूरी है. वरना शादी जैसे पवित्र रिश्ते को भी कुछ लोग लूट का जरिया बना लेते हैं.
इन्हें भी पढें!