Cannes Film Festival 2025 में Jacqueline Fernandez का खुलासा- “जैसी दिखती हूं, वैसे ही रोल दिए जाते हैं”

Cannes Film Festival 2025 का मौका बॉलीवुड और हॉलीवुड दोनों के लिए बेहद खास होता है। इस बार भी कई बड़े सितारे इस ग्लैमर इवेंट का हिस्सा बने। लेकिन इस बार रेड कार्पेट पर बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस Jacqueline Fernandez ने सिर्फ अपनी खूबसूरती से ही नहीं बल्कि अपने बयानों से भी सबका ध्यान खींचा।

Jacqueline ने इस मौके पर बॉलीवुड इंडस्ट्री को लेकर कई अहम बातें कहीं, जिनमें उन्होंने यह साफ किया कि इंडस्ट्री में कई बार उन्हें गलत समझा जाता है और उन्हें केवल उनके लुक्स के आधार पर ही रोल ऑफर किए जाते हैं। यह बात सुनकर फैंस और फिल्म इंडस्ट्री के लोग भी सोचने पर मजबूर हो गए हैं।

मुझे स्टीरियोटाइप किया गया है

Jacqueline Fernandez

Jacqueline Fernandez ने एक इंटरव्यू में खुलकर कहा कि उनके साथ इंडस्ट्री में ऐसा हुआ है कि उन्हें टाइपकास्टिंग का शिकार होना पड़ा। उन्होंने बताया, “कभी-कभी ऐसा लगता है कि इंडस्ट्री में हमें सिर्फ हमारी बाहरी शक्ल देखकर रोल दिए जाते हैं। जैसे, ‘तुम इस तरह की दिखती हो, इसलिए तुम्हें ऐसे रोल ही मिलेंगे।’ मुझे भी यही किया गया। मुझे स्टीरियोटाइप कर लिया गया और उसी आधार पर मुझे काम दिया गया।”

Jacqueline ने इस बात पर भी जोर दिया कि यह उनके लिए एक चुनौती रही है क्योंकि वे हमेशा से ज्यादा एक्सपेरिमेंट करना चाहती हैं। उन्हें ऐसा मौका नहीं मिला कि वे अपने एक्टिंग के अलग-अलग रंग दिखा सकें।

उन्होंने कहा, “मैं अपने काम से खुश हूं, जो भी मिला है उसके लिए आभार है, लेकिन मैं इससे भी बेहतर कर सकती हूं। मैं खुद को और आगे बढ़ाना चाहती हूं, सीखना चाहती हूं, और नए रोल्स करना चाहती हूं। लेकिन यह इंडस्ट्री बहुत हद तक आपके व्यक्तित्व और दिखावे पर काम देती है। यह एक मुश्किल है।”

Jacqueline का मानना है कि अगर इंडस्ट्री में टैलेंट को प्राथमिकता मिले, तो कई कलाकार अपनी पूरी क्षमता दिखा सकते हैं।

“हम सबको हक है आगे बढ़ने का”

Jacqueline Fernandez ने यह भी कहा कि हर कलाकार को अपने कैरियर में आगे बढ़ने का पूरा अधिकार है। वे खुद भी लगातार सीखने और ग्रो करने की कोशिश कर रही हैं। लेकिन उनके सामने इंडस्ट्री के कुछ ऐसे नियम हैं, जो उन्हें सीमित कर देते हैं।

उन्होंने बताया, “हम सभी को अपने करियर में एक्सप्लोर करने का मौका मिलना चाहिए। किसी को केवल उनके लुक या बाहर की शक्ल देखकर काम नहीं देना चाहिए। मैं यह चाहती हूं कि इंडस्ट्री इस सोच को बदले और हमें हमारे टैलेंट के आधार पर काम दे।”

Jacqueline ने यह भी कहा कि इंडस्ट्री में बदलाव की जरूरत है ताकि सभी कलाकारों को समान अवसर मिलें। उनका मानना है कि यह बदलाव आने वाला है और धीरे-धीरे ऐसा होगा।

Cannes में Jacqueline का लुक भी बना चर्चा का विषय

इस साल Cannes Film Festival 2025 में Jacqueline Fernandez का लुक भी बहुत चर्चा में रहा। उनकी ग्लैमरस एंड स्टाइलिश एंट्री ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। लोग सोशल मीडिया पर उनके आउटफिट की खूब तारीफ कर रहे थे।

Jacqueline ने इस फेस्टिवल में अपने पहले डेब्यू के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि उनका डेब्यू ऐसा था, जिसे सही तरीके से कवर नहीं किया गया। Jacqueline ने कहा, “जब मैंने पहली बार Cannes में डेब्यू किया था, तब किसी ने इसे खासतौर पर कवर नहीं किया। लेकिन मेरे लिए यह मौका बेहद खास था क्योंकि मैं Malaysia की रानी के निमंत्रण पर यहां आई थी।”

यह बात सुनकर यह साफ होता है कि Jacqueline ने शुरुआत से ही कई चुनौतियों का सामना किया है और हर कदम पर मेहनत से अपनी जगह बनाई है।

Bollywood इंडस्ट्री में टाइपकास्टिंग की समस्या

Jacqueline Fernandez के खुलासे से यह साफ होता है कि बॉलीवुड इंडस्ट्री में टाइपकास्टिंग एक बड़ी समस्या है। कई बार एक्टर या एक्ट्रेस को उनकी असली क्षमता से ज्यादा, उनके लुक्स या पर्सनैलिटी के आधार पर ही कैरियर के मौके मिलते हैं।

यह इंडस्ट्री का ऐसा नियम बन चुका है कि जो जैसा दिखता है, उसे वैसे ही रोल मिलते हैं। इससे कई टैलेंटेड कलाकारों का पूरा पोटेंशियल छुपा रह जाता है। Jacqueline ने अपने उदाहरण के जरिए इसे बखूबी समझाया कि कैसे वे खुद इस समस्या का शिकार रही हैं।

इस समस्या से निपटने के लिए इंडस्ट्री में बदलाव और नए नजरिए की जरूरत है, ताकि कलाकारों को उनके टैलेंट के हिसाब से काम मिले, न कि सिर्फ उनके लुक के आधार पर।

Jacqueline Fernandez की उम्मीदें और आगे का सफर

Jacqueline Fernandez ने यह भी बताया कि वे आगे भी सीखने और खुद को बेहतर बनाने के लिए पूरी मेहनत करेंगी। वे नए-नए रोल्स करना चाहती हैं और खुद को चुनौती देना चाहती हैं।

उनका मानना है कि एक्टर का काम सिर्फ मनोरंजन करना नहीं होता, बल्कि अपनी एक्टिंग के जरिए लोगों को छूना भी होता है। वे चाहती हैं कि बॉलीवुड में नए तरह के किरदार आएं, जो सिर्फ दिखावे पर न हों, बल्कि जिनमें भावनाएं, गहराई और अलग तरह की सोच हो।

Jacqueline ने यह भी कहा कि इंडस्ट्री को अब इस बात को समझना होगा कि कलाकारों को सिर्फ बाहर से देखकर निर्णय लेना ठीक नहीं। उन्हें उनके टैलेंट और मेहनत के आधार पर आगे बढ़ने का मौका देना चाहिए।

कुल मिलाकर Cannes Film Festival 2025 में Jacqueline Fernandez का यह खुलासा बॉलीवुड के लिए एक बड़ा संदेश लेकर आया है। उन्होंने जिस तरह से अपनी बात रखी, वह कई कलाकारों की आवाज़ को भी प्रतिबिंबित करता है।

टाइपकास्टिंग और स्टीरियोटाइपिंग की समस्या को दूर करना जरूरी है ताकि हर कलाकार अपने सपनों को पूरा कर सके। Jacqueline के जैसे स्टार्स जब इस मुद्दे पर खुलकर बात करते हैं, तो उम्मीद की किरण जरूर नजर आती है।

बॉलीवुड को चाहिए कि वह अपने अंदर की सोच बदले और नए टैलेंट को मौका दे। तभी इंडस्ट्री वाकई में आगे बढ़ पाएगी और कलाकारों का सही विकास होगा।

इन्हें भी पढें!