Gold Price 95 hazar Par: आज 17 अप्रैल को फिर से सोने की कीमत में बढ़त देखने को मिली है। सुबह 9:57 बजे के आस-पास MCX (Multi Commodity Exchange of India Limited) पर 24 कैरेट सोने का रेट 95,600 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया। वहीं ट्रेडिंग के दौरान सोने ने दिन का हाई 95,852 रुपये प्रति 10 ग्राम भी छू लिया।
गोल्ड के भाव में यह उछाल अचानक नहीं आया, बल्कि पिछले कुछ हफ्तों से लगातार इसमें बढ़ोतरी देखी जा रही है। अगर यही ट्रेंड चलता रहा, तो आने वाले कुछ दिनों में 10 ग्राम गोल्ड का रेट 1 लाख रुपये तक पहुंच सकता है।
यह बात सिर्फ भारत की नहीं है, बल्कि पूरी दुनिया में गोल्ड की कीमतों में तेजी देखी जा रही है। इसका सीधा असर इंडिया के मार्केट पर भी पड़ रहा है। पिछले महीने की तुलना करें तो सोना करीब 8 से 10 हज़ार रुपये प्रति 10 ग्राम महंगा हो चुका है।
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ग्लोबल मार्केट में भी गोल्ड ने बनाया रिकॉर्ड
ग्लोबल लेवल पर भी गोल्ड की कीमत में लगातार उछाल दर्ज हो रही है। PTI (Press Trust of India) की रिपोर्ट के मुताबिक, आज के शुरुआती सत्र में इंटरनेशनल मार्केट में सोने का रेट 3,357.40 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर पहुंच गया। यह अब तक का रिकॉर्ड हाई प्राइस है।
इसी के साथ अमेरिका में सोने के वायदा भाव (Gold Futures) में भी उछाल देखा गया। यह करीब 0.2% बढ़कर 3,351.50 डॉलर प्रति औंस पहुंच गया। ग्लोबल मार्केट में आई इस तेजी का सीधा असर इंडियन गोल्ड मार्केट पर देखने को मिला है।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में जब गोल्ड की कीमतें ऊपर जाती हैं, तो घरेलू मार्केट में भी गोल्ड महंगा हो जाता है, क्योंकि भारत सोने का बड़ा इम्पोर्टर है।
चांदी के रेट में गिरावट
सोने की तरह चांदी की कीमत में भी कभी-कभी उछाल आता है, लेकिन आज के दिन चांदी के दाम में गिरावट दर्ज की गई है। MCX के ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक सुबह 10:06 बजे तक चांदी की कीमत में लगभग 960 रुपये प्रति 10 ग्राम की गिरावट देखने को मिली।
जहां एक तरफ गोल्ड 95,177 रुपये प्रति 10 ग्राम के आस-पास ट्रेड कर रहा था, वहीं चांदी का रेट कम होता दिखा। यह गिरावट कुछ समय के लिए हो सकती है, लेकिन अगर डॉलर की वैल्यू और ग्लोबल क्राइसिस बने रहे, तो चांदी भी फिर से ऊपर जा सकती है।
Gold Price 95 hazar Par: आखिर क्यों बढ़ रहा है सोने का दाम?
अब सवाल ये उठता है कि आखिर क्यों सोने की कीमत लगातार बढ़ती जा रही है? इसका सबसे बड़ा कारण है विश्व स्तर पर बनी आर्थिक अनिश्चितता। जब भी किसी देश की इकॉनमी में गड़बड़ी आती है, या फिर ग्लोबली किसी टेंशन का माहौल बनता है, तो निवेशकों का रुख गोल्ड की तरफ हो जाता है।
सोना एक सेफ इनवेस्टमेंट ऑप्शन माना जाता है, जो आर्थिक संकट के समय भी अपने दाम बनाए रखता है। यही कारण है कि जब भी शेयर बाजार में गिरावट आती है, या डॉलर में उतार-चढ़ाव होता है, तो लोग सोने में निवेश करना शुरू कर देते हैं।
कुछ दिन पहले अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ को लेकर एक घोषणा की थी। उन्होंने इम्पोर्ट टैरिफ को लेकर सख्त बयान दिए थे, जिससे पूरी दुनिया के शेयर मार्केट्स में हलचल मच गई थी। हालांकि बाद में उन्होंने इस फैसले को 90 दिनों के लिए होल्ड पर डाल दिया, लेकिन बाजार में डर बना हुआ है।
इसके अलावा, डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये की वैल्यू भी कमजोर हो रही है। करीब एक महीने पहले 1 डॉलर की वैल्यू 86 रुपये के आसपास थी, जो अब घटकर 85 रुपये के करीब आ गई है। जब रुपया कमजोर होता है, तो इम्पोर्टेड आइटम्स जैसे सोना और भी महंगे हो जाते हैं।
आगे क्या हो सकता है?
अगर यही हालात बने रहे तो आने वाले समय में सोने की कीमतों में और तेजी आ सकती है। अभी के ट्रेंड को देखें तो गोल्ड 95,000 के पार जा चुका है, और धीरे-धीरे 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम की ओर बढ़ रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि जब तक ग्लोबल मार्केट में स्थिरता नहीं आएगी और डॉलर-रुपया का फर्क संतुलित नहीं होगा, तब तक सोने के दामों में गिरावट आने की उम्मीद नहीं है। उल्टा सोना 97 से 98 हज़ार तक भी जा सकता है।
क्या करें आम निवेशक?
अगर आप सोने में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो ये समय थोड़ा सोच-समझकर कदम उठाने का है। क्योंकि अभी जो रेट चल रहा है, वो काफी ऊंचा है। अगर आप लॉन्ग टर्म निवेशक हैं, तो SIP (Systematic Investment Plan) के जरिए गोल्ड में थोड़ा-थोड़ा करके निवेश करना एक बेहतर विकल्प हो सकता है।
वहीं अगर आप फिजिकल गोल्ड खरीदने का सोच रहे हैं, तो फिलहाल रुकना भी समझदारी हो सकती है, जब तक थोड़ी नरमी ना आ जाए।
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