बुजुर्ग के घर में मिला खजाना – आपने ऐसी तो काफी कहानियां सुनी होंगी जब किसी को खजान मिला हो, कोई गरीब आदमी को खजाना मिला और वो अमीर हो गया या फिर किसी अमीर को खजाना और भी ज्यादा अमीर हो गया, लेकिन क्या कभी आपने सुना है की की गरीब का खजान हो और अमीर उसके रिश्तेदार हो गए हो, जी हाँ बिलकुल ऐसा ही हुआ है l ऐसा ही हुआ है फ़्रांस में एक बुजुर्ग के घर में मिला खजाना l लेकिन कभी भी वो इस खजाने का उपयोग नहीं करपाया और साडी ज़िंदगी ऐसे ही सादगी में निकाल दी

कहाँ मिला खजाना ?
दरअसल ये बात है फ़्रांस के एक गांव की जिसका नाम है कैस्टिलोनस, इस गांव में पॉल नार्से नाम का एक शख्स रहता था, इसके साथमे इसकी एक बहन भी रहती थी l पॉल नार्से को सिक्कों के कलेक्शन का काफी शोक था l पॉल नार्से की उम्र 89 साल थी जब उसकी मौत हुई l पॉल नार्से की मौत के बाद जब उसके घर की दीवार तोड़ी गई तब ये खजाना मिला l पॉल नार्से ने ये खजाना अपनी सारी ज़िंदगी मेहनत करके जोड़ा था l
कैसे मिला खजाना ?
गांव में ये सभी को मालूम था की पॉल नार्से को सिक्को के कलेक्शन का काफी शोक है l जब पॉल नार्से की 89 साल की उम्र में मौत हुई तब गांव वालो ने इस बात को और लोगो को बताया और वह मेयर और बाकि ऑफिसर को ये बात शक के रूप में बताई गई ओरा जब पॉल नार्से के घर के चेकिंग की गई और उसके घर के पिछले दीवार को चेक किया गया तो वह सोने के सिक्को का खजाना मिला l
पॉल नार्से का जीवन कैसा बीता ?
वहां के मेयर का कहना है की जिस बुजुर्ग के घर में मिला खजाना वो पॉल नार्से और उसकी बहन काफी सामान्य जीवन जीते थे किसी को भी नहीं मालूम था की ये आदमी इतना अमीर है l पूरी ज़िंदगी जो आदमी गरीब और सामान्य ज़िंदगी जीता रहा वो इतना अमीर होगा, किसी को भी इस बात का मालूम नहीं था l
खजाने में क्या-क्या मिला ?
पॉल नार्से को पुराने सिक्कों के कलेक्शन का काफी शौक था l उसके पास काफी पुराने सोने के सिक्के मौजूद थे l पॉल नार्से के खजाने में 336 ईसा पूर्व के मेसीडोनिया के समय के सिक्के मिले जो कीमती थे , इसके अलावा इस खजाने में फ्रांसीसी राजाओ के समय के सिक्के भी थे जिनमे प्रमुख लुई XlV, लुई XV और लुई XVl के समय के लेन देन के सिक्के भी मौजूद थे l
सीऐनऐन की एक रिपोर्ट के अनुसार – पेरिस के ब्यूसेंट लेफेवर नीलामी घर में नीलामी के समय एक विशेषज्ञ का कहना था की उसने अपने जीवन में कभी भी सोने के सिक्को का इतना बड़ा और अच्छे से किया गया संग्रह नहीं देखा l
उस विशेषज्ञ के अनुसार पॉल नार्से ने कभी दुनिया नहीं देखी, देश से बाहर नहीं गया उसने अपनी साडी ज़िंदगी सादगी से जी और मेहनत करके जो पैसे कमाए उन पैसो से इन सिक्को का संग्रह करता रहा l
बुजुर्ग के घर में मिला खजाना में सिक्को के अलावा 10 कपड़े की थेलिया भी मिली जिनमे 172 नेपोलियन (स्वार्डिम 20 फ्रेंक सिक्के) भी थे l जिन्हे अगर देखा जाये तो वो सोने की सिल्ली के बराबर थे l
बुजुर्ग के घर में मिला खजाना की कुल कीमत 3.8 मिलियन डॉलर में नीलामी हुई l और ये राशि बुजुर्ग के दूर के रिश्तेदारों को बाँट दी जायगी l